अमृतरस: एक रसायन औषध जो स्वास्थ्य के लाभों से भरपूर है


 

अमृतरस: एक रसायन औषध जो स्वास्थ्य के लाभों से भरपूर है

अमृतरस, जो गलोनुं वस्त्रगाळ चूर्ण, गोळ, और घी के मिश्रण को कहा जाता है, एक प्राचीन आयुर्वेदिक रसायन है जिसे पुरातात्विक साहित्य में 'अमृत' के रूप में संदर्भित किया गया है। यह शक्तिशाली चिकित्सा औषधि विभिन्न रोगों के इलाज में उपयोग की जाती है, और इसे सजीवन आयु और शक्ति का स्त्रोत माना जाता है।

अमृतरस के सामग्री:

  1. गलोनुं वस्त्रगाळ चूर्ण (500 ग्राम): गलोनुं वस्त्रगाळ चूर्ण विषमज्ज्वर, प्रमेह, वातरक्त, और नेत्ररोगों के इलाज में उपयोगी होता है। इसकी गुणकारी विशेषताएं शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जानी जाती हैं।

  2. गोळ (80 ग्राम): गोळ में मौजूद गुण सर्दी-जुकाम, विषमज्ज्वर, और प्रमेह जैसे रोगों में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। यह रक्त शुगर को नियंत्रित रखने में भी सहायक होता है।

  3. घी (100 ग्राम): घी शरीर के अंगों को सुजीवनी देने का कारण है और इसमें स्थिरता और ऊर्जा की मात्रा है। अमृतरस में घी का सही प्रमाण, शरीर को शक्ति प्रदान करता है और रोगों का निराकरण करता है।

अमृतरस के लाभ:

  1. बालकों के लिए लाभकारी: बच्चों को अमृतरस की एक छोटी सी मात्रा देना उनके विकास और स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।

  2. पथ्य और सिद्ध प्रणाली: अमृतरस का नियमित सेवन शारीरिक पथ्य बनाए रखने में मदद करता है।