अर्जुन: हृदय रोग का रामबाण इलाज
अर्जुन, एक वृक्ष जिसका छाला सफेद होता है, हृदयरोग के उपचार में एक अद्भुत आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती है। अगर लोहे का दबाव अधिक हो तो इसका सादड़ना उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह लोहे के दबाव को बढ़ा सकता है। इसकी छाला में कैल्शियम की अधिक मात्रा होती है, जिससे रक्तस्राव को जल्दी बंद करने में मदद मिलती है, हड्डीयों को जल्दी मिलाने में मदद करता है। रक्तस्राव में अर्जुन और अरडूसी बहुत ही उपयुक्त हैं।
उपयोग की विधियाँ:
अर्जुन का पानी: अर्जुन के छाले को पानी में उबालकर पीने से उल्टी के समय तक रक्तदाब को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
बाल और त्वचा के लिए अर्जुन: अर्जुन के फीण से मुख और माथे को धोने से बाल और चमड़ी की शुद्धि होती है। इससे मुँहासे, सोरायसीस, खरजवुं, और अन्य त्वचा समस्याएं दूर हो सकती हैं।
पेट के छाल का लेप: अर्जुन के फीण को पानी में पीसकर पेट पर लगाने से पेट के रोगों में आराम मिल सकता है।
अर्जुन का उपयोग सावधानीपूर्वक करें और यदि आप किसी भी बीमारी से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लें। अर्जुन आपके स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक हो सकता है और आपको स्वस्थ जीवन की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने में मदद कर सकता है।